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Sunday 3 February 2013

मेरा भोषडा बिटिया की बुर ?



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दोस्तों, मैं मादर चोद बड़ी हरामी चीज हूँ . पता नहीं क्यों मेरे तन बदन में हमेशा आग ही लगी रहती है . मेरी चूत की आग तो कभी बुझती ही नहीं . ऊपर से कभी गांड में तो कभी चूंचियों के आग सुलगती ही रहती है . मैं भी कम नहीं हूँ आग बुझाने के लिए लण्ड इन सबके अन्दर पेलती रहती हूँ लेकिन ये बुर चोदी बुर साली कभी संतुष्ट होती ही नहीं ?  जितने लण्ड मैं अपनी चूत में पेलती  हूँ उतने और लण्ड पेलवाने  के लिए खड़ी रहती है मेरी चूत ? अब तुम्ही बताओ दोस्तों, मैं अगर सेक्स पार्टी में कई मर्दों से एक साथ न चुदवाऊं तो क्या करू  ? आप जानते है मेरी चूत इतनी चुद चुकी है की अब वह भोष\डा बन गयी है .
मेरे घर का माहौल ही ऐसा था . मेरे घर पर लड़के लड़कियां अक्सर इकठ्ठा होते थे,  सब साथ साथ  शराब पीते थे और डांस करते थे . डांस करते हुए किसी को होश नहीं होता था की उसके कपडे कहाँ जा रहे है . यहाँ तक की कुछ लोग तो नाचते नाचते नंगे भी हो जाते थे ,. मैंने भी कई लडको को नंगे देखा है . उनके लण्ड देखे है . कई लड़कियों को नंगी देखा है . कई आंटियों को नंगी देखा है . इसलिए मैं 14 साल की उम्र ही में लण्ड पकड़ना सीख गयी थी . मेरे मोंम तो बड़ी खुली हुई औरत थी . खुली और अश्लील बात करना उनका शौक था . लण्ड चूत बुर भोषडा गांड आदि की गन्दी गन्दी गालियाँ बकना मैंने उन्ही से सीखा  है . मेरे डैड शराब के बड़े शौक़ीन थे . उन्हें इस बात की परवाह नहीं थी की मेरी बीवी किसके साथ जा रही है किसके साथ नाच रही है या फिर किससे चुदवा रही है ?  उसे तो बस शराब पीना और परायी बीवियों के साथ  डांस करना अच्छा लगता था .मेरे डैड परायी बीवियों को चोदने में तेज था  उसका कोई भी ऐसा दोस्त नहीं था जिसकी बीवी उसने चोदी न हो . उधर मेरी मोंम भी उसी तरह से चुदवाने में माहिर थी . डैड का कोई ऐसा दोस्त नहीं था जिसका लौड़ा मोंम ने अपनी चूत में पेला न हो ? खैर  छोडो अब जो नहीं उसकी बात क्या करना ?
अरे यार बातों ही बातों में मैं आपको  अपना नाम बताना ही भूल गयी . मेरा नाम है मिसेस कैंडी मैं इस समय 44 साल की हूँ . बेहद खूबसूरत हूँ, हंसमुख हूँ और लोगो की मदद करने वाली हूँ . खूब मजाक करती हूँ और दिल खोल कर हंसती हूँ .लण्ड खाने की आदत है ये तो आप जान ही चुके है . यही कारण है की मैं अभी जवान दिखती हूँ . लड़के अभी भी मुझे देख कर आहें भरते है मर्द अपने अपने लण्ड सहलाने लगते है .मैंने भी वही माहौल घर पर रखा है जो मोंम  डैड रखते थे . यानी वही लड़के लड़कियों का डांस ? वही औरतों  और मर्दों के साथ बैठ कर शराब पीना और नंगा डांस करना ? अभी कुछ दिन पहले मैंने एक पार्टी का इंतजाम किया था . उसमे लड़के लड़कियां और कुछ कपल भी थे . खूब मस्ती होने लगी . इसी बीच मेरी बेटी भी आ गयी . उसका नाम है डेजी ? डेजी भी मेरी तरह है बिलकुल खुले अंदाज़ की . खुले विचारों की . वह भी नहीं शर्माती ? किसी से भी बात करने में बिलकुल नहीं झिझकती .
 एक दिन मैंने उसे सुना वह बोल रही थी == अरे तू मादर चोद क्या करेगी ? मै मारूंगी उसकी गांड ? फिर भी वह नहीं माना तो मैं चोदूंगी उसकी माँ ? देखूँगी फिर कौन भोषडी वाला  आता है उसे बचाने ?
मैं  समझ गयी की मेरी बेटी मेरे ही नक्शों कदम पर चल रही है . हा तो उस दिन पार्टी में बड़ी मस्ती हो रही थी . धीरे धीरे लडको और लड़कियों के कपडे उतरने लगे . लण्ड दिखने लगे . चूत दिखने लगी . गांड दिखने लगी  जिसकी झांटे थी वो भी दिखने लगी .
 मैं सबको देख कर खुश हो रही थी . इसी बीच मैंने देखा की लड़कियां लण्ड पकड़ने लगी और लड़के चूंची . सब कुछ होने लगा सिर्फ चुदाई को छोड़ कर ? यहाँ तककुछ  लडको ने लड़कियों से मुठ्ठ मरवाया और कुछ लड़कियां खुद ही लण्ड का मुठ्ठ मारने लगी . माहौल बड़ा गर्म हो गया . उस दिन जब मैंने अपनी बेटी को लण्ड पकड़ते हुए देखा और लण्ड का मुठ्ठ मारते  हुए देखा तो मैं समझ गयी की मेरी बेटी जवान हो गयी है और उसे लण्ड अच्छे  लगने लगे है .  उसे लण्ड की सख्त जरुरत है .
उस रात को 12 बजे तक सभी लोग चले गए . हां 2/3 कपल जरुर रुक गए . मैं भी उस दिन बहुत गरम हो गयी थी . मेरी बेटी नशे में थी वह सो गयी . तब जैकब मेरे पास आया और मेरी चूंची दबाने लगा .मैंने देखा की  उसकी बीवी थामस का लण्ड चाट रही है . थामस की बीवी जॉन का लौड़ा चूस रही है . सब लोग एक दूसरे की बीवी चोदने की फिराक में है . इतने में जैकब ने मेरा भोषडा खोल डाला और उसे चाटने लगा . मुझे अपना भोषडा चटवाना बड़ा अच्छा लगता है . मैं उसका लण्ड चाटने में जुटी गयी  . उसका लण्ड मेरा पसंदीदा लण्ड है . फिर क्या था वह मेरे ऊपर चढ़ बैठा और मुझे धकाधक चोदने  लगा ?  अचानक मेरी नज़र खिड़की पर पड़ी . मैंने देखा की मेरी बेटी डेजी खड़ी हुई मेरी चुदाई देख रही है . पहले तो मन हुआ की मैं उसे बुला कर जैकब का लौड़ा पकड़ा दूं फिर मैं रुक गयी . उसने छुप छुप कर मेरी पूरी चुदाई देखी  ? मैं जब झड़ता हुआ लण्ड पी रही थी उसे जबान निकाल कर बार बार  चाट रही थी तो वह बड़े इत्मीनान से देख रही थी . मैंने उसे दिखाने के लिए लण्ड को बड़े मन से  खूब चाटा.
.मैं चाहती थी की मेरी बेटी भी जवानी में लण्ड का मज़ा लेना सीखे ? मैंने उस दिन बड़ी मस्ती से अपना भोषडा चुदवाया .
 एक हफ्ते बाद मैं फिर अपने कमरे में लेटी हुई थी . इस बार मेरे दोनों हाथ में लण्ड थे . मैं दो दो लण्ड से एक साथ खूब चुदाती हूँ . उस दिन भी डेजी कहीं से आ गयी और मुझे दोनों लण्ड एक साथ पीते हुए देख लिया . इस बार भी न वह कुछ बोली और न मैं . दो दिन बाद मैं अपने कमरे से उतर रही थी तो डेजी के कमरे से कुछ आवाज़ आयी . डेजी ने समझा था की मैं घर पर नहीं हूँ . मैंने उसके कमरे में झांक कर देखा तो हैरान भी हुई और खुश भी . मैंने देखा की डेजी एकदम नंगी  बैठी है .उसकी छोटी छोटी झाटों वाली चूत उसका एक बॉय फ्रेंड सहला रहा है . बीच बीच में चूत के अन्दर ऊंगली भी घुसेड देता है . डेजी उसका लण्ड मुठ्ठी में लेकर ऊपर नीचे कर रही है . लण्ड खड़ा था लेकिन पूरी ताकत से नहीं खड़ा था . उसे कुछ डर लग रहा था . पर हां लण्ड था जबरदस्त . उसे देख कर तो मेरे मुह में पानी आ गया . मैं फ़ौरन अन्दर घुस गयी . वह लड़का मुझे देख कर सहम गया . उसका लण्ड सिकुड़ गया . डेजी भी हैरान हो गयी ?
 डेजी बोली :- ओ मोंम, सायरस नहीं मान  रहा था ? मैंने मना किया था पर यह खुद ही नंगा हो गया ?
मैंने कहा :- खुद क्यों नंगा हो गया ? तुमको चाहिए की तुम उसे नंगा करो . अरे बिटिया लण्ड पकड़ो तो जम कर पकड़ो ? पूरे मन से पकड़ो ? बेख़ौफ़ पकड़ो लण्ड ? जैसे मैं पकडती हूँ . तुमने देखा था न उस दिन जय मैंने जैकब अंकल का लण्ड पकड़ा था .
डेजी बोली :-  हां मोंम कितना बड़ा था अंकल का लौड़ा ?
मैंने कहा :- और सख्त भी कितना था ?
डेजी बोली :- हां मोम बड़ा कड़क था भोषडी वाला ?
मैंने कहा :- और एक बार फिर तुमने मुझे दो दो लण्ड पकडे हुए देखा था . वे भी बड़े तगड़े लण्ड थे न ? डेजी बोली :- हा मोंम उस दिन तो मैं खूब ललचा गयी थी . मेरा मन था की मैं एक लण्ड आपसे छीन लूं  पर मैं रुक गयी . लण्ड मादर चोद मेरी जान लिए ले रहा था .
मैं  उसके मुह से गाली सुनकर मुस्करा पड़ी और हाथ बढाकर सायरस का लण्ड पकड़ लिया . मेरे सहलाते ही लण्ड तन कर खड़ा हो गया .
मैंने कहा :- देखो डेजी अब कितना सख्त हो गया है बेटी चोद लण्ड ?
उसने छू कर देखा और बोली :- हां मोंम कड़क भी हो गया और पहले से ज्यादा मोटा भी ?

मैंने कहा :- जब भी पकड़ो लण्ड,  दिल से पकड़ो ? मन से पकड़ो ? जितना मन लगा कर पकड़ोगी इस मादर चोद लण्ड को उतना ही इसमें जोश आएगा ? और हां लण्ड की माँ चोद चोद कर पकड़ो लण्ड ? यानी लण्ड को जितनी प्यार भरी गालियाँ सुनाओगी, लण्ड उतना ही जोर से फन फ़नायेगा  ? उतनी ही जोर से गुर्रायेगा ? और लण्ड जितना कड़क होगा चूत को चुदाने में उतना ही मज़ा आएगा ?

 डेजी ने मेरी बात की गाँठ बांध ली . इतने में किसी ने दरवाजा खटखटाया . मैंने लण्ड डेजी को पकड़ा कर चली गयी दरवाजा खोलने . मैंने देखा की मेरे सामने मेरा बॉय फ्रेंड जैकी है . जैकी मेरा पुराना दोस्त है और मुझसे बहुत प्यार करता है . मैंने उसे बैठाया और कहा बोलो यार क्या पियोगे ? वह बोल यार आज मैं रम पियूँगा . सब हम दोनों रम पीने लगे .

 थोडा नशा चढ़ा तो मैंने कहा :- यार जैकी,  मेरी बेटी की बुर चोदोगे ? 

वह सुनकर सकपका गया और बोला  :- अरे यार क्या कह रही हो ?  मैं और आपकी बेटी चोदूंगा ये कैसे हो सकता है? 


मैंने कहा :- यहाँ माँ बेटी का सवाल नहीं है .  यहाँ केवल सेक्स का सवाल है . सेक्स में कोई रिश्ता नहीं होता ? अगर कोई रिश्ता है तो फिर औरत और मर्द का ? लण्ड और चूत का बस इसके आगे कुछ नहीं ? मेरी बेटी एक औरत है और तुम एक मर्द हो ? तेरा लण्ड उसकी चूत दोनों मिल जाये तो मज़ा आ जाये . मैं चाहती हूँ की मेरी बेटी जवानी का पूरा पूरा मज़ा उठाये जैसे मैंने जवानी में उठाया है और आज भी उठाती हूँ . 

वह बोला:-  ठीक है यार तुम जो कहोगी मैं वह मानूगा लेकिन क्या आपकी बेटी मान जाएगी ?
 मैंने कहा :- उसकी तुम चिंता न करो . वह तो लण्ड की दीवानी है . तेरा लौड़ा जब मेरा भोषडा चोद चोद कर थका देता है तो उसकी तो अभी चूत है केवल . वह तो दौड़ कर पकड़ेगी तेरा लण्ड ? आओ मैं तुम्हे दिखाती हूँ .
 थोड़ी देर में मैं उसे लेकर डेजी के कमरे में चली गयी . डेजी उस समय सायरस का लौड़ा अपनी चूत में पेल रही थी . लण्ड घुस तो पूरा गया था लेकिन चोदने में बार बार बाहर नहीं आ रहा था . 
मैंने कहा :- अरे सायरस तेरे को अभी चोदना नहीं आता ? 
डेजी की चूत को पूरा मज़ा नहीं आ रहा है . 
मैंने फिर कहा  :- डेजी,  देखो ये है जैकी अंकल मेरे पुराने दोस्त ? तुम इसका लण्ड पकड़ो तब तक मैं सायरस को बुर चोदना सिखाती हूँ . 
फिर मैंने उसका लण्ड अपने भोषडा में पेला और उससे कहा बेटा अब तुम बार बार पूरा लण्ड अन्दर घुसा दो और फिर पूरा लण्ड बाहर निकालो ? सुपाडा भी बाहर निकाल लो . बार बार इसी तरह करो . वह करने लगा तब मैंने कहा हां इसे कहते है चोदना ?

उधर डेजी बोली :- हाय मोंम अंकल का लण्ड तो घोड़े \के लण्ड जैसा है . मैंने आजतक इतना बड़ा और इतना मोटा लण्ड नहीं देखा ? इसके आगे तो सायरस का क्या जैकब अंकल का भी लण्ड छोटा लगता है . अब मैं समझी की तेरी चूत भोषडा कैसे बन गयी मोंम  ? आज मेरी चूत की खैर नहीं है . 

ऐसा कह कर डेजी जैकी का लण्ड चाटने लगी . फिर मैंने कहा डेजी देखो मैं जैसे जैसे सायरस के लण्ड के साथ करती हूँ तुम भी वैसा वैसा ही अंकल के लण्ड के साथ करो . इस तरह तुम बहुत जल्दी जल्दी अच्छी तरह चुदवाना सीख  जाओगी ? देखो चुदवा तो सभी  लड़कियां लेती है लेकिन लण्ड का पूरा पूरा मज़ा कुछ ही लड़कियां उठा पाती है . एक बात की और गाँठ बांध लो  जितना मज़ा तुम लण्ड को दोगी  उतना ही मज़ा लण्ड तेरी बुर को देगा . उस दिन मैंने खुद चुदवाते  हुए डेजी को चुदवाना सिखाया 
 उस रात एक तरफ मेरा भोषडा चुद रहा था और मेरे सामने दूसरी तरफ चुद रही थी मेरी बिटिया की बुर ?  

=0=0=00=0=0=0=00=0= समाप्त 

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