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Monday 14 January 2013

बिटिया की बुर में पेलो लंड ?

mastanablogs: बिटिया की बुर में पेलो लंड ?

बिटिया की  बुर  में पेलो लंड 
                                                               चोदो    बुर    और   चोदो गंड 
 अरे यार, रेहाना अब तुम देखना मैं क्या  क्या करके दिखाती हूँ  तुझे ?  यार, सच तो यह है की  मुझे  पहले यह बात बिलकुल  नहीं मालूम थी . अगर मालूम होती तो मैं मौके का पूरा फायदा जरुर  उठा लेती और वैसे ही उसकी बुर में लण्ड पेलती जैसे मैं इस समय तेरी बुर में पेल रही हूँ . तेरी बुर भी बड़ी चौकस है यार . . मस्त चुदाने वाली है तेरी चूत . और ये लौड़ा देखना तेरी चूत फाड़ कर ही बाहर निकलेगा .
 मुझे लड़कियों की चूत में लण्ड घुसेड़ने में बड़ा मज़ा आता है . मेरा भोषडा जब लड़कियों को बुर चुदवाते हुए देखता है तो उसे बड़ा मज़ा आता है . अब मुझे मालूम हो गया है की मेरी बिटिया भी मस्त जवानी का मज़ा लेने लगी है . अब मैं चोदूंगी बिटिया की बुर ?  एक से एक बेहतरीन लण्ड पेलूंगी उसकी बुर में ? देर तक बुर चोदने वाले लण्ड ढूंढ कर लाऊंगी उसके लिए   लडको के नहीं बल्कि मर्दों  के लण्ड पेलूंगी बिटिया की बुर में . उसकी चूत के लिए लण्ड की कमी महसूस न होने दूँगी मैं ? इतने लण्ड लाईन से लगा दूँगी मैं की वह जब चाहे  तब पेले लण्ड अपनी बुर में और अपनी सहेलियों की बुर में ?  मोटे लण्ड,  सख्त लण्ड,  देशी और विदेशी लण्ड . काले और गोरे लण्ड लाऊंगी . फिर  गचागच , भचाभच चोदूंगी  बिटिया की बुर और बिटिया चोदेगी मेरी बुर . दुतरफा मज़ा और दुगुना मज़ा लूंगी मैं और मेरी बेटी
.रेहाना बोली :- यार  सायरा वो कला वाला लौड़ा डालो मेरी चूत में और मेरी बुर वाला लण्ड तू अपनी चूत में पेल ले . मुझे  काले लण्ड से चुदाने का बड़ा शौक है ? मैंने तुरंत अपनी बुर से लण्ड निकाल कर उसकी बुर में ठोंक दिया . उसने मेरी बुर में थोक दिया .  हम दोनों   भकाभक चुदवाये चली जा रही थी
मैंने कहा :- यार, रेहाना तेरा मियां  बहुत दिनों से आया नहीं है मुझे उसके लण्ड की बड़ी याद आती है . तेरे मियां के लण्ड का  सुपाडा  वाओ, कितना बड़ा और गोल गोल छतरी की तरह है . लगता है की लण्ड का सुपाडा नहीं बल्कि लण्ड की छतरी है . मुझे  उसे चाटने में बड़ा मज़ा आता है . और जब वह मेरी बुर चोदता है  तो ज़न्नत का मज़ा आता है . यार उसको जल्दी बुलाओ न प्लीज . इस बार मैं तेरे मियां का लण्ड अपनी बेटी की बुर में ठोंकूंगी , उसको भी मज़ा मिलेगा अपने अंकल से चुदवाने में .
रेहाना बोली :- हां यार, तू ठीक कह रही है . मैं  भी जब तेरे मियां का लण्ड लेती हूँ न तो मेरी चूत गनगना जाती है . ख़ुशी के मारे फूल  कर कुप्पा हो जाती है बुर चोदी  बुर . यार, तेरे मियां का लण्ड बड़ा मोटा है और सख्त है . मुझे सख्त लण्ड से चुदवाना बड़ा अच्छा लगता है . वैसे भी मैं पराये मर्दों के लण्ड बहुत पसंद करती हूँ . तेरे मर्द का लौड़ा तो मेरा चहेता लौड़ा है . मेरी बेटी भी लण्ड खाने लगी है यार . मुझे ये बात कल ही मालूम पड़ी . मैं जब अचानक दोपहर में जल्दी आ गयी और दरवाजा खोल कर अन्दर गयी तो देखा की मेरी बेटी घुटनों के बल बैठी हुई अपने बॉय फ्रेंड का लण्ड मुह में लेकर चूस रही है . मैंने उसका लण्ड भी देखा . लण्ड अच्छा था लेकिन छोटा था . जब वह झड गया तो मेरी बेटी ने मुह बना कर थोडा बहुत लण्ड चाटा . तब तक मैं पहुँच गयी . मुझे देख कर वो दोनों  थोडा सहम गए . मैंने कुछ नहीं कहा बल्कि लण्ड पर हाथ लगाया और खुद ही जबान  निकाल कर  लण्ड चाटने लगी . मैंने कहा बेटी लण्ड का स्वाद तो अच्छा है . और हां देखो जब भी लण्ड  पकड़ा करो तो नंगी होकर पकड़ा करो  . एक बात याद रखो लण्ड की आँखे होती है . वह  लड़कियों की चूंचियां, उसकी चूत,  उसके चूतड देख कर टन्नाता है. और तब  सख्त हो जाता है लण्ड . उस समय लण्ड चाटने में और चूसने में आता है बेहद  मज़ा ?
 मैंने पूंछा :- तुमने बुर चुदाना शुरू किया की नहीं  ? 
उसने कहा :-- नहीं अम्मी , यह मेरा पहला लण्ड है . अभी नहीं चुदाया मैंने ? 
 मैंने कहा :- ठीक है . इसको नास्ता कराओ . थोड़ी देर तक बात चीत करो  एक घंटे के बाद मैं इसका लण्ड खड़ा  करके तेरी बुर में पेलूंगी . तब तू चुदाना सीख जाएगी . उसके बाद लड़कों से मेरे  सामने ही चुदाती रहना .एक घंटे के बाद मैंने लण्ड  अपनी बेटी की बुर में ठोंका और उसे चुदाना सिखाया .
मैंने कहा :- अरे तूने तो कमाल कर दिया . एक ही  झटके में अपनी बेटी की हिचक दूर कर दी . उसकी झिझक मिटा दी, उसे बेशरम बना दिया .
 रेहाना  बोली :- हां यार, अब तो वह बड़े मजे से मुझसे लण्ड बुर चूत गांड चुदाई आदि की बातें खूब करती है . अब तू बता तूने कैसे अपनी बेटी को बेशरम बनाया ? मैं चित लेट कर गोरा लण्ड अपनी चूत में पेला और बताने लगी .
 मैंने कहा :- मेरी बेटी का नाम है हिना . वह २१ साल की है . जवान है और पूरी तरह लण्ड लेने के काबिल हो गयी है . खूबसूरत है . बड़ी बड़ी चूंचियां है सेक्सी गांड है . मटक मटक कर चलती है . उस दिन मैंने एक फंक्सन में उसे लडको से बात करते हुए सुन लिया .वह छत पर खड़ी थी और धीरे धीरे अपने दोस्तों से बात कर रही थी .
पहला लड़का बोला :- हिना यार, आज तू  बहुत कटीली दिख रही है .
 हिना :- क्यों, क्या तेरा लण्ड खड़ा हो रहा है मुझे देख कर ?
दूसरा लड़का :- इसका ही नहीं मेरा भी लण्ड खड़ा हो रहा है यार ?
 हिना :- तुम दोनों में किसका लण्ड बड़ा है जल्दी बताओ ? मैं उसी का पकदूंगी .
 पहला :- वाह, ये क्या बात हुई ? हम दोनों के लण्ड पकड़ो न प्लीज .
हिना :- यार, दोनों कैसे पकड़ सकती हूँ ?
 दूसरा :- एक हाथ में मेरा लण्ड दूसरे हाथ में इसका  लण्ड ?
 हिना :- नहीं यार यहाँ कोई देख लेगा ? मेरी तो गांड फट रही है ?
 पहला :- यार, फट तो मेरी भी रही है .
 दूसरा :- मेरी तो  पहले से ही फटी है यार, कोई देख लेगा तो गांड में चार  लाते और मारेगा ?
 हिना :- यार ऐसा कर कल तुम विशाल  तुम  मेरे घर दोपहर में आ जाना . और तुम विमल परसों आना दोपहर में . उस समय मैं माँ को कहीं और भेज दूँगी . फिर मैं लण्ड केवल पकडूँगी ही नहीं बल्कि जम कर  चुदवाऊँगी भी .
 दूसरे दिन मैं खुद ही हिना को बता कर बाहर चली गयी . लेकिन मैं छत से फिर घर में आ गयी चुपके  चुपके देखने लगी कमरे का नज़ारा . मैंने देखा की हिना एकदम नंगी है . उसकी जवानी देख कर मैं समझ गयी उसे लण्ड की सख्त जरुरत है . फिर बाथ रूम से विशाल आया . हिना ने जैसे ही उसकी नेकर  नीचे खींची उसका लण्ड टन्ना कर खड़ा हो गया . मेरे मुह से लार टपक पड़ी . मेरा दिल लण्ड पर आ गया . हिना मुह खोल कर लण्ड पीने लगी . बार बार मुह से लण्ड निकालती और फिर हिला कर पीने लगती . दूसरे हाथ से पेल्हड़ आहिस्ते आहिस्ते सहला रही थी . फिर उसने जब लण्ड बुर में पेला तो  मेरा भोषडा गरमा उठा . मेरे मन में आया की मैं भी अपना भोषडा चटवाने लगूं विशाल से . लेकिन मैं देखती रही . उसकी चूत की पूरी चुदाई देखी मैंने .बस मैं अनजान बन कर शाम को घर आ गयी .
 दूसरे दिन इत्तिफाक से हिना की सहेली विदेश जा रही थी . वह एयर पोर्ट उसे सी आफ करने गयी . उसे देर हो गयी और उधर विमल आ गया . मैंने दरवाजा खोला तो उसने कहा आंटी मैं हिना से मिलने आया हूँ .
मैंने  कहा :- हिना तो घर पर नहीं है . काम बताओ न मुझे किसलिए आये हो ?
 विमल बोला :- आंटी बस उसी से मिलने आया था ?
मैंने कहा :- क्या उसकी बुर चोदने आये हो ?
 विमल :- नहीं ऐसी कोई बात नहीं आंटी ? बस ऐसे ही ?
 मैंने कहा :- अरे इसमें क्या सही बात बताने में कोई शर्म नहीं करनी चाहिए अभी कल तेरा दोस्त विशाल हिना को चोद कर गया है .
उसे मालूम हो गया की आंटी सब जानती है .
तब विमल बोला :- हां आंटी मैं भी चोदने ही आया था लेकिन वह तो है नहीं ?
मैंने कह :- अभी  आ जाएगी ?  लेकिन  पहले मुझे दिखाओ अपना लण्ड ? मैं देखूँगी की तेरा लण्ड बुर चोदने लायक है की नहीं . कल भी मैंने विशाल का लण्ड पकड़ कर  देखा था . उसका लण्ड मुझे पसंद आ गया तब उसने मेरी बेटी को चोदा . ( मैंने थोडा झूठ बोला ) वह मेरी बातों में आ गया . मैंने उसे नंगा कर दिया और लण्ड हाथ में ले लिया . इधर मैं भी  नंगी हो गयी . मैं लण्ड मस्ती से हिलाने लगी . लण्ड खड़ा हो गया .
मैंने कहा :- यार, विमल तेरा भी लण्ड तगड़ा है . मेरी बेटी चुदवा कर खुश हो जाएगी . बेटा कितनी बुर चोद चुके हो अबतक ?
 विमल बोला :- बस  हिना दूसरी लड़की है जिसको चोदने आया हूँ आंटी .
 इतने में हिना कमरे में आ गयी . वह मुझे देख कर हैरान हो गयी .
मैंने मुस्करा कर कहा :- हिना लो विमल का लण्ड पकड़  कर बताओ की किसका लण्ड ज्यादा मोटा है विमल का लण्ड की विशाल का लण्ड ?
हिना बोली :- तो अम्मी, तुमने कल मुझे देख लिया ?
 मैंने  कहा :- हां देख लिया लेकिन तुम्हे तो मेरे सामने ही चुदाना चाहिए न ? . मैं जानती हूँ की तेरी चूत को लण्ड चाहिए . मैं  लाऊंगी तेरे लिए लण्ड . मैं पेलूंगी तेरी बुर में लण्ड . मैं चोदूंगी तेरी बुर बेटी .  अच्छा अब आ जा और मेरे सामने ही विमल से चुदा .
 बस उस दिन मैंने लण्ड पहली बार अपनी बेटी की बुर में पेला . अब वह खुल गयी है मेरे आगे . दूसरी पारी में हिना ने विमल का लण्ड मेरी चूत में पेला . मैंने ये सब हिना को बेशरम बेहाया निर्लज्ज और  ऐय्यास बनाने के लिए किया क्योंकि तभी जवानी का असली मज़ा आता है .
 यार रेहाना बड़ा मज़ा आया उस दिन . यार अब तो लंड  झड़ने वाला है . मैं  मुठ्ठ मारती हूँ .मैंने और रेहाना ने खूब चुदाया उस दिन और फिर अपने अपने घर चली गयी
 एक हफ्ते बाद रेहाना का मियां  निसार आ गया . मैं उसे देख कर खुश हो गयी . उसके साथ उसका दोस्त भी था . मैंने दोनों को बैठाया और बातें करने लगी .
 निसार बोला :-  सायरा भाभी, ये मेरा दोस्त है साहिर मैं इसे आपसे मिलवाने लाया हूँ .
मैंने कहा :- मैं जिससे मिलती हूँ कपडे खोल कर मिलती हूँ . हां मैं मर्दों से नंगी होकर ही मिलती हूँ . और उसे  नंगा करके मिलती हूँ . 
मैंने आवाज़ लगाई अरी हिना जल्दी आ यहाँ देखो कौन  आया है ? हिना आ गयी . मैंने उसे आँख मारते हुए कहा देखो ये है निसार मेरी सहेली रेहाना का मियां और ये है साहिर उसका दोस्त ? तुम इन दोनों से मिलो बेटी . हिना बोली :- ठीक है मैं मिलती हूँ . वह अपने कपडे उतारने लगी .
तब तक निसार बोला :-  ये क्या  हिना बेटी क्या कर रही हो तुम ?
हिना बोली :- मैं तुम दोनों  अंकल से मिलूंगी न ? मेरी अम्मी ने कहा है . तो मैं नंगी होकर और आपको नंगा  करके ही मिलूंगी अंकल ?
  देखते ही देखते हिना नंगी हो गयी और वह निसार को नंगा करने लगी . मैं जब नंगी हुई तो साहिर के कपडे उतारने लगी . हम दोनों को नंगी देख कर उन दोनों के लण्ड टन टना गए . जैसे ही लण्ड खुले बेटी ने निसार का लण्ड पकड़ा और मैंने साहिर का लण्ड . लण्ड  पकडे पकडे  हिना निसार से गले मिली . उधर मैं साहिर का लण्ड पकडे पकडे उसके गले मिली . हम दोनों माँ बेटी लण्ड चूसने में लग गयी . लण्ड तो मस्त थे ही . फिर मैं हिना की छुट फैलाई और निसार का लण्ड धीरे धीरे  पेला उसकी बुर में . हिना अपनी गांड उठा  उठा कर चुदवाने लगी . मैंने साहिर का लण्ड उसके मुह में डाल दिया और कहा हिना लण्ड चाटते हुए  बुर चुदाने का मज़ा लो . तुम पहले दो दो लण्ड से चुदाओ . मैं बाद में चुदा लूंगी . मुझे बिटिया की बुर चोदने में मज़ा आने लगा . लण्ड जितनी बार अन्दर घुसता उतनी बार हिना कहती और जोर से छोड़ो भोषड़ी के अंकल ? थोड़ी देर में मेरे पास रेहाना का फोन आया
 रेहाना बोली :- हाय सायरा :- मैंने तेरे मियां का लण्ड अपनी बेटी की बुर में पेल दिया है . बड़ी मस्त होकर चुदा रही है मेरी बेटी . और जो उसके साथ उसका दोस्त है न . उसका लण्ड बेटी ने मेरी चूत में पेल रखा है . अब मेरी बेटी मेरे सामने ही  भकाभक चुदाने लगी है . 
 अब मैं और चोदूंगी हूँ बिटिया की बुर . 
-०-०-०-०-०-०-०-०-०-०-०-०-०-०-०-०-०-०-०-०- समाप्त

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