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Monday 21 January 2013

mastanablogs: लोगों की बीवियां चोदता है, बाबा ?

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लोगों की बीवियां चोदता है, बाबा ?

एक बार मैं ट्रेन से सफ़र कर रहा था .वहां मेरी एक आदमी से दोस्ती हो गयी . नाम था उसका अरुण  . वह भी मेरी तरह लम्बा चौड़ा और समार्ट लड़का था . दो दिन का सफ़र था . रात को उसने मुझे व्हिस्की पिलाई . हम दोनों ने खूब बातें की . बात करते करते सेक्स पर आकर अटक गयी . तब उसने बताया की मैं एक ऐसे बाबा को जानता हूँ जो सेक्स में बहुत तेज है . मैं उसी के कार्यक्रम में जा रहा हूँ . मेरी उत्सुकता बढ़ गयी . मैं पूंछना शुरू किया तो उसने बताया की इस बाबा का नाम है  श्री श्री 1008 लंडेश्वर महराज जी ? उसका आश्रम शहर से दूर एक सुनसान जगह पर है . मैंने कहा यार मुझे भी अपने साथ ले चलो . मैं उसके साथ हो लिया . वह मुझे उस आश्रम में ले गया . मैंने देखा की आश्रम वाकई बहुत खूबसूरत है . मैंने वहां कई लोग देखे उसमे कुछ आदमी थे और कुछ अ औरतें ? कुछ लड़कियां थी और कुछ लड़के ? बात करने ने पर मुझे मालूम हुआ की ये उनके चेले और चेलियाँ है . उन सब की आज एक मीटिंग है .मीटिंग अत्यंत गोपनीय है . अरुण मुझे अपना दोस्त बना  कर मीटिंग में बैठा लिया . मैं कार्यवाही देखने लगा . पहले कुछ लोग बोले और अंत में बाबा खुद बोलने लगे :-
"मेरे प्यारे भोषडी वालो और भोषडी वालियों,  तुम जानते हो की आजकल  हमारा आश्रम बहुत फल फूल रहा है . हमारे चेले और चेलियाँ बढ़ रहे है . हम लोग सेक्स पर ज्यादा जोर देते है . चोदा चोदी हमारा मुख्य उद्देश्य है . बिना चोदा चोदी के संसार की कल्पना व्यर्थ है .  लण्ड और चूत के मिलन से ही  संसार बना है . हम लोग इन्ही  दोनों को मिला कर संसार को और सुखी बनाने में लगे हुए है . हमारे चेले  चेलियाँ चोदते है . हमारी चेलियाँ चेलों से चुदवाती है . मैं भी बीच बीच में चेलियों को चोदता रहता हूँ . मुझको बड़ा मज़ा आता है और आपको भी . लेकिन हमारा दायरा  बड़ा सीमित है . मैं इस दायरे को बढ़ाना चाहता हूँ . 
 इसलिए मेरा प्लान इसमें लोगों की बीवियों को शामिल करना हूँ . मैं चाहता हूँ की मेरे आश्रम में बीवियां आये और आपसे जम कर चुदवाये ? आप लोग सोच रहे होंगे की कौन अपनी बीवी हमसे चुदवायेगा ? . मैं इस सवाल जबाब देता हूँ . देखो बीवियों को तीन वर्ग में बांटा जा सकता है .
 पहला = वे बीवियां जो अपने मियां से चुदवा कर संतुष्ट नहीं होती और बिचारी चुदासी रह जाती है . अध् - चुदी बुर तड़पती रह जाती है . हम इस  तडपन को दूर कर सकते है .
 दूसरा = कुछ लोग अपनी बीवी को दूसरों से चुदवाना चाहते है . वे अपनी बीवी को चुदता हुआ देख कर प्रसन्न होते है . हम उनकी बीवियां चोद कर उन्हें प्रसन्न कर सकते है . 
 तीसरा = कुछ लोग अपनी बीवियों को दूसरों से इसलिए चुदवाते है क्योंकि बदले में उन्हें उनकी बीवियां चोदने को मिलती है . हम उनकी बीवियां चोदें और बदले में वे हमारी चेलियाँ चोदें  
चौथा = कुछ लोग गांडू होते है . जो मर्दों की गांड मारना और मर्दों से गांड मरवाना पसंद करते है . उन की बीवियां बिचारी लण्ड के लिए तरसती रहती है . हम उनकी  इस कमी को दूर कर सकते है .
 पांचवा = कुछ लोग बाई - सेक्सुअल  होते है . जो दोनों लाईन चलते है . यानी बुर भी चोदते है और गांड भी मरवाते है . बुर भी चूसते है और लण्ड भी चूसते है . ऐसे लोगों की बीवियां भी चुदासी रह जाती है . बस यही बीवियां यहाँ हमारे आश्रम में आएँगी और हमारे चेलों से जम कर चुदवायेंगी . बदले में वो लोग हमारी चेलियाँ चोदेंगे .
 इस तरह हमें नयी नयी चूत व्  नया नया भोषडा मिलता रहेगा चोदने को और हमारी चेलियों को नए नए लण्ड ? " 
सबने सुन कर तालियाँ बजाई और एक श्वर में हां कर दी . लंडेश्वर बाबा की जय होने लगी . 

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